
देवघर जिले के देविपुर में स्थापित होने वाला प्लास्टिक पार्क, अब पूरे झारखंड के औद्योगिक परिदृश्य में बदलाव की उम्मीदें जगा रहा है। यह परियोजना केंद्रीय रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स मंत्रालय की देखरेख में विकसित की जा रही है और इसका उद्देश्य प्लास्टिक और पॉलीमर उद्योग को समर्पित अधोसंरचना उपलब्ध कराना है।

पार्क में सामान्य सुविधा केंद्र, प्रशिक्षण संस्थान, और परीक्षण प्रयोगशालाएं विकसित की जाएंगी, जो न केवल छोटे उद्यमों को बढ़ावा देंगे, बल्कि क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार का नया रास्ता भी खोलेंगे। इससे न सिर्फ स्थानीय स्तर पर निवेश आकर्षित होगा, बल्कि दीर्घकालीन आर्थिक विकास को भी रफ्तार मिलेगी।

स्थानीय उद्योगों को एकजुट करने और निर्माण प्रक्रिया को केंद्रीकृत करने की दिशा में यह पार्क एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह परियोजना न केवल देवघर, बल्कि पूरे संथाल परगना क्षेत्र के आर्थिक भविष्य को नई दिशा दे सकती है।
